Hello दोस्तों 1993 में एक फिल्म आई थी 'डर ' आप में से जो Aashiqui कर चुके हैं वो तो जानते ही होंगे।
शाहरुख़ खान ने उस फ़िल्म में Aashiqui को एक अलग ही तरह का रंग दे दिया था ।
वैसे वो तो महज एक एक्टिंग थी पर आजकल कई युवा उसी तरह की Aashiqui भी करते हैं जिसमें महबूब की चाहत एक obsession बन जाती है ।
हर वक़्त बस महबूब को पाने की तमन्ना सर पर सवार रहती है।
ऐसे आशिकों का मूल मंत्र होता है " सनम तू सिर्फ मेरी है और मेरी नहीं तो किसी और कि भी नहीं" ।
शाहरुख़ ख़ान सरफिरा आशिक़ ' डर ' 1993 (image credit - darr movie) |
दोस्तों इश्क़ एक पॉजिटिव फीलिंग्स है इसमें जब नेगेटिव इमोशंस आने लगे तो इसका मतलब ये इश्क़ ना होकर एक जिद बन गई है ।
ऐसी हद तक किसी भी Aashiq को नहीं जाना चाहिए ।
दुनिया में कोई गम ज्यादा दिन नहीं रहता अगर कोई आपका नहीं हो पाया तो दुख तो होता है पर जल्द ही संभल जाएं और जिन्दगी में आगे बढ़े और अपनी खुद की योग्यता पर भरोसा रखें कोई ना कोई बेहतर हमसफ़र आपके लिए जरूर बना होगा ।
इस तरह से किसी की तमन्ना में खुद को अपनी और दुनिया की नज़रों से गिराना ठीक नहीं ।
आज hindi Love sad shayari में हम इसी तरह की आशिक़ी पे कुछ शेर पेश कर रहे हैं इन्हें केवल entertainment की तरह पढ़ें ।
देखिए किस क़दर एक सरफिरे आशिक़ के सर पर आशिक़ी चढ़ जाती है -:
(Image credit- Darr movie 1993) |
तू जिस शहर भी जाएगी वहीं मेरा घर होगा ।
(Image credit- Darr movie 1993) |
पिछले जन्म की जान पहचान को क्यों भूल जाते हैं लोग ...हां?
(Image credit- Darr movie 1993) |
तू क्यों मेरे जज़्बात समझ नहीं पाती ...?
दिल बेकाबू सा हो जाता है तुम्हें देखकर ।
तू भूल भी जाए हमें मगर तेरी दी गई निशानियां हमें तुझे भूलने नहीं देंगी।
Remember - Love can't exist inside a violent mind.
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