आज hindi love shayari में पेश है “बाग़ वाली हसीना” ।
दोस्तों हुस्न कि तारीफ़ जितनी की जाए कम ही होती है।
खुदा की दी नेयमतों में से हुस्न भी एक है जिसे खुदा ने इस दुनिया में उतार कर इस दुनिया को और भी ख़ूबसूरत बना दिया है ।
ऐसे ही एक दिन एक रुमानी शायर तसव्वर करता है एक ख़ूबसूरत हसीना का जो हर रोज़ एक ख़ूबसूरत से बाग़ में मौसम का मज़ा लेने आती है।
अपनी शायरी के माध्यम से वो बता रहा है के किस तरह से उस हसीना के बाग़ में आने से वहाँ का समा और सुहाना हो जाता है , कैसे उस बाग़ की ख़ूबसूरती में चार चाँद लग जाते हैं ।
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